आ रही खबरों के मुताबिक अक्तूबर 2015 में राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निमंत्रण पर नेपाल की राष्ट्रपति वरिष्ठ नेतृत्व से मुलाकात के अलावा गुजरात और ओडिशा के मंदिरों में भी दर्शन करेंगी।
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (उत्तर) सुधाकर डलेला ने बताया कि नेपाल की राष्ट्रपति के साथ मंत्री, सांसदों और वरिष्ठ अधिकारियों का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल आ रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा भारत की ओर से नेपाल के साथ अपने सदियों पुराने एवं अद्भुत संबंध, साझा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जुड़ाव और दोनों देशों की जनता के बीच के गहरे संबंध को मजबूत करने के लिए दी जाने वाली प्राथमिकता को दर्शाती है।
विदेश मंत्रालय के संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भंडारी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगी।
18 अप्रैल को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उनके सम्मान में भोज की मेजबानी करेंगे। नेपाल की राष्ट्रपति द्वारका, सोमनाथ और पुरी के मंदिरों में दर्शन के लिए गुजरात और ओडिशा भी जाएंगी।
आपको बता दें कि नेपाल की राष्ट्रपति भंडारी गत वर्ष May में भारत आने वाली थी, लेकिन नेपाल सरकार की ओर से तैयारी पूरी ना होने के कारण वहां के तत्कालीन प्रतिनिधिमंडल ने इस कार्यक्रम का समर्थन नहीं किया था।
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