कहा जा रहा है कि इस साल के आखिर तक इसके लॉन्च होने की उम्मीद है.
'दे केन' वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल ट्रांजेक्शन बिजनेस के लिए व्हाट्स एप्प और एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) में बातचीत चल रही है. कंपनी इसके लिए ऐसे शख्स को तलाश रही है, जो आधार, यूपीआई और भीम एप्प में एक्सपर्ट नॉलेज रखता हो. कंपनी ने इस नौकरी के लिए विज्ञापन भी निकाला है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ये सर्विस यूजर टू यूजर बेस्ड होगी और अगले 6 महीने में लॉन्च हो सकती है.
वेबसाइट से बातचीत में व्हाट्स एप्प के प्रवक्ता ने कहा, "व्हाट्स एप्प के लिए भारत एक महत्वपूर्ण देश है और हम इस बारे में विचार कर रहे हैं कि डिजिटल इंडिया विजन में कैसे योगदान किया जाए."
बता दें कि कुछ हफ्ते पहले ही व्हाट्स एप्प फाउंडर ब्रायन एक्टन भारत के दौरे पर आए थे. यहां उन्होंने सरकारी अधिकारियों से मुलाकात भी की. दिसंबर 2016 में नोटबंदी के बाद पेटीएम और मोबिक्विक जैसे पेमेंट वॉलेट एप्लीकेशन्स के यूजर्स में काफी इजाफा देखा गया.
फेसबुक के स्वामित्व वाली वॉट्सएप भारत में सबसे बड़ा डिजिटल कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म है. भारत में व्हाट्स एप्प के 20 करोड़ यूजर्स हैं इस लिहाज से यह कंपनी के लिए सबसे बड़ा बाजार है. इससे पहले चीन में टेनसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड की वीचैट ने भी डिजिटल पेमेंट की शुरुआत की है.
दुनिया भर में व्हाट्सऐप के 1.2 बिलियन एक्टिव यूजर्स हैं. केन ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा है कि व्हॉट्सऐप का पेमेंट सिस्टम मोबाइल वॉलेट होगा.
बता दें कि नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट पर प्रतिबंध लगाने के बाद भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. नोटबंदी के बाद कैशलैस सुविधा के लिए सरकार ने भीम एप्प जैसी सर्विस पेश की थी. इसके अलावा कैशलैस सर्विस और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए कई मोबाइल वॉलेट एप्प और डिजिटल पेमेंट एप्प द्वारा भी नए फीचर्स व सुविधाएं शुरू की गईं. इसी श्रेणी में हाल ही में सैमसंग ने भी भारत में अपनी लोकप्रिय डिजिटल सर्विस सैमसंग पे को लॉन्च किया था.
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