भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रपति पद के लिए चर्चा तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जुबान पर इस वक्त एक ही नाम है। जरा आप भी जान लीजिए।
New Delhi Apr 16 : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल खत्म होने के बाद देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा इस बात की चर्चा जोरों पर चल रही हैं। भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की तलाश तेज हो गई है। लेकिन, सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पद के लिए अपनी पहली पसंद के बारे में कुछ नेताओं को बता दिया है। हालांकि अब तक इस नाम को लेकर कोई भी आधिकारिक एलान नहीं किया गया है। जाहिर है बीजेपी जिसे भी राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करेगी उससे पहले उसे एनडीए के घटक दलों से भी विचार विमर्श कर आम सहमति बनानी होगी। हर कोई चाहता है कि इस पद के लिए कोई ऐसा नेता चुना जाए जिसके नाम को लेकर कोई विवाद ना हो और विपक्ष भी कोई हंगामा ना खड़ा करे।
ओडिशा के भुवनेश्वर में भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन किया गया था। इस मीटिंग में भी ये मसला छाया रहा। बीजेपी कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिनर टेबल की भी ख़ूब चर्चा रही। प्रधानमंत्री के साथ इस मौके पर डिनर करने वालों में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के मार्गदर्शक मंडल के नेता मुरली मनोहर जोशी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामलाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल थे। लेकिन, सूत्र बताते हैं कि मोदी के डिनर टेबल पर सबसे ज्यादा चर्चा मुरली मनोहर जोशी को लेकर होती रही। ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि मुरली मनोहर जोशी राष्ट्रपति पद के लिए पीएम की पहली पसंद हो सकते हैं।
इससे पहले भी जब पिछले जून में यूपी के इलाहाबाद में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग हुई थी तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुरली मनोहर जोशी के बीच काफी गर्मजोशी देखने को मिली थी। कुल मिलाकर कहा जाए तो इस वक्त मुरली मनोहर जोशी का नाम प्रेसीडेंट पद के लिए सबसे आगे चल रहा है क्योंकि इससे पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी जोशी के नाम पर ही विचार कर रहा था। हालांकि भारतीय जनता पार्टी इस मामले में एनडीए के घटक दलों के साथ बातचीत करने के बाद भी किसी नतीजे पर पहुंचेगी और उस नेता के नाम का एलान किया जाएगा जिसे वो इस पद के लिए चुनेंगे। हालांकि सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से शिवसेना ने बीजेपी के खिलाफ रुख अख्तियार किया हुआ है। वो किसी भी नाम को लेकर पेंच फंसा सकता है।
इससे पहले भी शिवसेना की ओर से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का नाम उछाला जा चुका है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए। हालांकि शिवसेना के इस दांव को अगले दिन ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने खारिज कर दिया था। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया था कि वो जहां पर है उसी काम में खुश हैं। वो ना तो कभी इस पद की रेस में रहे और ना ही भविष्य में रहेंगे। हालांकि इससे पहले राष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल के नेता लालकृष्ण आडवानी के नाम की भी काफी चर्चा होती रही है। लेकिन, पिछले काफी दिनों से आडवाणी का नाम पीछे हो गया है और मुरली मनोहर जोशी इस रेस में सबसे आगे हो गए हैं।
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