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आइसक्रीम खाने से पहले पढ़ लें उसका लेवल, कहीं आप भी तो...

Image result for eating ice creamनई दिल्लीः बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी को आइसक्रीम खाना बहुत पसंद है. लेकिन क्या आप जानते हैं आप जिस आइसक्रीम को दूध या क्रीम से बना समझ रहे हैं वो डालडा यानि वनस्पति तेल से बनी होती है. जी हां, आप भी पढ़कर चौंक गए ना. हाल ही में एबीपी न्‍यूज़ ने इस बारे में जांच-पड़ताल की और असलियत का पता लगाया.

कैसे मामला आया सामने-
टीवी पर आजकल अमूल का एक 45 सेकेंड का ऐड चल रहा है जिसमें आइसक्रीम को फ्रोजन डेजर्ट बताया जा रहा है. लोग अब इस बात को लेकर कन्फ्यूज हो गए कि क्या आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट में कोई फर्क होता है? लोग जानना चाह रहे हैं कि आइसक्रीम के नाम पर बिकने वाला फ्रोजन डेजर्ट क्या है? सवाल ये कि हम जो आइसक्रीम के नाम पर खाते हैं क्या वो आइसक्रीम नहीं है?
क्वालिटी वॉल्स ने किया मुकदमा-
क्वालिटी वॉल्स आइसक्रीम बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अमूल के इस विज्ञापन के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में मुकदमा कर दिया. हिंदुस्तान यूनिलीवर का कहना था कि अमूल का ये विज्ञापन लोगों को भ्रमित करने वाला है मामला कोर्ट तक पहुंच गया. फैसला तो बेशक कोर्ट ही करेगा लेकिन जानिए सच क्या है.
क्या है फ्रोजन डेजर्ट-
फ्रोजन डेजर्ट जिस आइसक्रीम को बताया जाता है, जब आप उसका लेबल देखेंगे तो पता चलेगा ये हाइड्रोजेनेटेड वनस्पति तेल है जो कि डालडा होता है.
अमूल और क्वालिटी वॉल्स की आइसक्रीम में फर्क-
अमूल की आइसक्रीम जिसके पीछे आइसक्रीम लिखा हुआ है. जबकि क्वालिटी वॉल्स की आइसक्रीम जिसके पीछे फ्रोजन डेजर्ट लिखा हुआ है.
दो तरह की आइसक्रीम होती है-
अब यहां सवाल ये उठता है कि आइसक्रीम बनाने की प्रक्रिया में वो कौन सा फर्क है जिसकी वजह से क्वालिटी-वॉल्स को फ्रोजन डेजर्ट लिखना पड़ता है वो आइसक्रीम नहीं लिखता? इसके लिए एबीपी न्यूज ने पिछले 73 साल से आइसक्रीम बनाने वाली अहमदाबाद की कंपनी हैवमोर के मैनेजिंग डायरेक्टर अंकित चौना से बात की. उनका कहना था कि दो तरह की आइसक्रीम होती हैंएक जो दूध और क्रीम से बनती है और दूसरी जिसमें वनस्पति तेल है, इसे फ्रोजन डेजर्ट कहते हैं. इसमें तेल का फैट इस्तेमाल होता है.
सस्ती होती है फ्रोजन डेजर्ट-
अंकित चौना के मुताबिक, फ्रोजन डेजर्ट आइसक्रीम बनाने से ज्यादा सस्ता पड़ता है. वेजिटेबल फैट 80 से 100 रुपए किलो मिलता है. डेयरी फैट करीब 400 रुपए किलो मिलता है. फ्रोजन डेजर्ट बनाना बहुत सस्ता पड़ता है.
क्या कहना है अमूल की मार्केटिंग टीम का-
इस संबंध में एबीपी न्यूज़ ने अमूल की मार्केटिंग करने वाली गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के एमडी से बात की. बातचीत में उनसे पूछा गया कि इस तरह के विज्ञापन के पीछे क्या कोई मार्केटिंग स्ट्रैटजी है? फेडरेशन के एमडी आर एस सोढ़ी का कहना था कि ग्राहक को पता होना चाहिए वो क्या खा रहा है? ये ग्राहक को जागरुक करने के लिए है.
क्या कहना है हिंदुस्तान यूनिलीवर की मार्केटिंग टीम का-
अमूल के बाद हिंदुस्तान यूनिलीवर की मार्केटिंग टीम से बात की गई कि क्या वो आइसक्रीम बनाने में डालडा का इस्तेमाल करते हैं? हिंदुस्तान यूनिलीवर ने बताया कि ये फ्रोजन डेजर्ट में वनस्पति तेल के इस्तेमाल को लेकर दावे गलत हैं. हम ये साफ करना चाहते हैं कि क्वालिटी वॉल्स के फ्रोजन डेजर्ट में वनस्पति नहीं होता. क्वालिटी वॉल्स अपने फ्रोजन डेजर्ट में आइसक्रीम की तरह दूध का इस्तेमाल करता है. फर्क सिर्फ इतना है फ्रोजन डेजर्ट में डेयरी फैट की जगह वनस्पति फैट का इस्तेमाल किया जाता है जो ज्यादा हेल्दी है क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट कम होता है और इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता.
पड़ताल में पाया गया कि क्वालिटी वॉल्स अपने प्रोडक्ट पर फ्रोजन डेजर्ट लिखती है लेकिन कंपनी ने साफ किया कि वो वेजिटेबल फैट इस्तेमाल करते हैं.
आइसक्रीम बनाने का नियम

साल 2011 में Food Safety and Standards Authority of India ने ये नियम बनाया था कि जो कंपनियां वेजिटेबल फैट का इस्तेमाल कर रही हैं वो अपने प्रोडक्ट पर आइसक्रीम नहीं लिख सकती है.
अमूल और क्वालिटी वॉल्स के दावे-
अमूल कहती है कि सिर्फ उनकी आइसक्रीम दूध से बनी है. क्वालिटी वॉल्स का कहना है कि वो भी दूध का इस्तेमाल करते हैं. अमूल का कहना है कि वो फ्रोजन डेजर्ट में सस्ते वनस्पति तेल फैट का इस्तेमाल होता है. क्वालिटी वॉल्स का कहना है कि वो वेजिटेबल फैट का इस्तेमाल करते हैं तेल का नहीं. अमूल का दावा है कि फ्रोजन डेजर्ट आइसक्रीम की तरह लगता है लेकिन असली क्रीम का स्वाद नहीं देता. क्वालिटी वॉल्स का दावा है कि वेजिटेबल फैट की वजह से उनकी आइसक्रीम ज्यादा पोषक और स्वादिष्ट होती है
पड़ताल के नतीजे-
दावों के मुताबिक, दोनों ही यानि आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट खाने के लिए ठीक हैं. दोनों को बनाने में दूध का इस्तेमाल होता है. बस दोनों को बनाने का तरीका और इस्तेमाल होने वाली चीजें अलग-अलग हैं.

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