आपके पास स्मार्टफोन, लैपटॉप या फिर टैबलेट कुछ भी क्यों न हो, इन सभी गैजेट्स की बैटरी लिथियम इयॉन और लिथियम पॉली होती है। इन गैजेट्स के पूरा दिन इस्तेमाल से या कहें कि मल्टी टास्किंग से बैटरी की खपत जल्दी होना स्वाभाविक हो जाता है। बैटरी की लाइफ सीमित हो जाने से आपको बार-बार चार्जिंग पर गैजेट्स को लगाना ही पड़ता है,लेकिन हर समय चार्ज करते रहना भी संभव नहीं हे हम आपके लिए ऐसे उपाय लाये हे जो आप के फोन, लैपटॉप ,टेबलेट के बटरी लाइफ बढ़ने में मदद करेगे
1.फ्री एप्स से बचें
एक अमेरिकी रिसर्च में कहा गया है कि मोबाइल का प्रोसेसर उसके माइंड की तरह वर्क करता है, इसलिए विज्ञापनों के साथ फ्री मिलने वाले एप्स का जब आप यूज करते हैं, तो यह धीमा पड़ जाता है। वैसे सभी फ्री एप्स बैटरी परफॉर्मेंस पर असर नहीं डालते, लेकिन जो एप्स विज्ञापनों के साथ उपलब्ध होते हैं, वह बैंडविथ और प्रोसेसर को प्रभावित करते है। इसलिए जहां तक संभव हो, फ्री एप्स से बचें और पेड एप्स का इस्तेमाल करें। लैपटॉप में ब्राउजर का इस्तेमाल कम करेंगे तो बैटरी की खपत कम होगी और कम खपत के लिए लैपटॉप पर टेक्स्ट को आपके सिस्टम में उपलब्ध एप्स से एडिट करें तो अच्छा रहेगा। ऐसे ही खासकर अगर इंटरनेट यूज नहीं कर रहे हैं तो वाइ-फाइ का इस्तेमाल करने से भी बचें।
2.लोकेशन ट्रैकिंग को ऑफ रखें
अभी कुछ समय पहले खबर आइ की फेसबुक एप आपके मोबाइल बैटरी की सबसे ज्यादा खपत करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह यूजर की लोकेशन को जान लेता है और इसे लोकेशन का पता जीपीएस मॉड्यूल का इस्तेमाल करने से चल जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि जिन एप्स के लिए आपके लोकेशन की जानकारी जरूरी नहीं उनके लिए लोकेशन ट्रैकिंग ऑफ कर दें। एंड्रायड फोन्स में सेटिंग्स में जाकर लोकेशन ट्रैकिंग ऑफ की जा सकती है। आइओएस9 में लोकेशन ट्रैकिंग फीचर को ऑफ करने के लिए सेटिंग्स में जाएं, प्राइवेसी को सेलेक्ट करें और फिर लोकेशन सर्विसेज पर क्लिक करें। आप हर एप के अनुसार इसकी लोकेशन को डिसेबल कर सकते हैं यानि जिन एप्स को जरूरत नहीं उनकी लोकेशन एक्सेस ऑन रखने की भी जरूरत नहीं।
3.टेंपरेचर कम रखें
स्मार्टफोन में एकसाथ बहुत से एप्स चलते रहने से और पूरा दिन उसका यूज होने से बैटरी धीमी पड़ जाती है। हाइ टेंपरेचर पर बैटरी का यूज ठीक नहीं है। जैसे- कार के डैशबोर्ड पर मोबाइल को न रखें और जहां तक संभव हो इसे गर्मी से बचाने की कोशिश करें। टेंपरेचर जितना कम होगा, आपकी डिवाइस उतना अच्छा परफॉर्म कर सकेगी। 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान ज्यादा माना जाता है। ठीक ऐसे ही लैपटॉप की बैटरी के लिए भी जरूरी है कि वह कूल या ठंडी रहें, इसके लिए कूलिंग पैड का प्रयोग किया जा सकता है, ताकि सीपीयू वेंट से गर्म हवा आसानी से निकल रहें, इस दौरान ध्यान रखें कि वेंट बंद नहीं होना चाहिए और इसके लिए लैपटॉप पर धूल-मिट्टी न जमने दें। उसे साफ करते रहें। दरअसल वेंट बंद होने से लैपटॉप की बैटरी जल्दी गर्म होकर उसे नुकसान पहुंचा सकती है।
4. बैटरी पूरी खत्म होने से पहले चार्ज करें
अक्सर यूजर जब देखता है कि उसके मोबाइल की बैटरी में रेड इंडिकेशन हो रहा है या फिर बस एक लाइन दिख रही है, तभी वह मोबाइल की बैटरी चार्ज करता है, इसलिए बेहतर होगा कि 100 पर्सेंट से सीधे 0 पर ले जाकर चार्ज करने से बेहतर है कि बैटरी जब 50 प्रतिशत तक डिस्चार्ज हो जाएं, तभी चार्जिंग पर लगा दें। ऐसा करने से बैटरी की डिस्चार्ज़ साइकिल तीन गुना बढ़ जाएगी। लेनोवो मोबाइल्स में इस रूल को फॉलो किया जाता है, इसके बैटरी मेनटेनेंस सेटिंग्स में आप अपने अनुसार कस्टमाइजेशन कर सकते हैं। वैसे लेनोवो के अनुसार, चार्जिंग सेटिंग के लिए 40 फीसदी से शुरुआत और 50 फीसदी पर बंद, होनी चाहिए।
5.एप्स अपडेट वाइ-फाइ पर करें
अगर आप एप्स वाइ-फाइ पर अपडेट करेंगे तो भी बैटरी की खपत कम होगी। दरअसल जिस भी एक्शन से प्रोसेसर या बैंडविथ पर दबाव पड़ता है, वह ज्यादा ही सीपीयू पावर ले लेता है। अगर फोन में अपडेट ऑन वाइ-फाइ विकल्प उपलब्ध है तो इसे चार्जिंग के टाइम शेड्यूल करें। एंड्रायड यूजर प्ले स्टोर से एप्स डाउनलोड करते हैं तो वहां से पहले एप लांच करें और फिर स्क्रीन पर लेफ्ट साइड पर स्वाइप करके मेन्यु ओपन कर दें> सेटिंग >ऑटो-अपडेट एप्स पर जाएं। अब वाइ-फाइ ओनली मोड को सेलेक्ट करें।
6.फ्लाइट मोड का इस्तेमाल करें
अगर आपका फोन सेलुलर टावर के नजदीक नहीं है तो इसका असर स्टैंडबाय टाइम पर भी पड़ेगा। अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां कोई नेटवर्क नहीं है तो बेहतर होगा कि फोन में एयरप्लेन मोड (फ्लाइट मोड) एक्टिव कर लें। आपका फोन ऐसी जगहों पर बार-बार नेटवर्क तलाश करेगा जिसका असर बैटरी लाइफ पर पड़ेगा।
आपका फोन ऐसी जगहों पर भी नेटवर्क तलाश करता है,जहां कनेक्टिविटी का इशू हो और इस प्रक्रिया में बैटरी लाइफ पर भी असर पड़ेगा। इसलिए अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां कोई नेटवर्क नहीं है तो बेहतर होगा कि फोन में एयरप्लेन मोड (फ्लाइट मोड) एक्टिव कर लें। इससे बैटरी की खपत कम होगी।
7.डिवाइस के डिस्प्ले की ब्राइनेस कम रखें
लैपटॉप हो या मोबाइल दोनों के डिस्प्ले की ब्राइटनेस को कम रखना जरूरी है। वैसे तो डिवाइसेज में ब्राइटनेस को कम करने का ऑप्शन उपलब्ध रहता ही है। डिवाइस जब एक्टिव न हो, तब कितनी देर तक ऑन रहें, इसकी सेटिंग करके भी बैटरी बचाई जा सकती है। ब्राइटनेस कम करने के लिए लक्स जैसे थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है।
विंडोज लैपटॉप में बैटरी आइकन पर राइट-क्लिक करके पावर ऑप्शन पर टैप करें। इसके बाद विंडोज खुद ही ब्राइटनेस को कम कर देगा।
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