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अपने स्मार्टफोन में बढ़ानी हे इंटरनेट स्पीड तो अपनाएं ये 7 टिप्स

Image result for इंटरनेटआज के समय में स्मार्टफोन पर इंटनरेट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन ऐसा जरुरी नहीं है कि फोन में हमेशा इंटरनेट फास्ट ही चले। कभी-कभी फोन के नेटवर्क फुल होते हैं लेकिन फोन में इंटरनेट काम नहीं करता है।


 ऐसे में यूजर्स ब्राउजर को बंद कर देते हैं या फिर फोन को स्विच ऑफ कर देते हैं। लेकिन इनसे हमेशा समस्या का समाधान हो जाए ऐसा जरुरी नहीं। इसी समस्या को देखते हुए हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं। इन टिप्स के जरिए इंटरनेट की समस्या होने पर आप खुद ही इसका समाधान कर पाएंगे।

इंटरनेट की समस्या से कैसे पाएं निजात:

1- अगर आपके फोन में इंटरनेट नहीं चल रहा है तो फोन की सेटिंग्स में जाकर वायरलेस एंड नेटवर्क पर टैप करें। यहां ये चेक करें की आपका मोबाइल डाटा ऑन है या नहीं। अगर ऑफ है तो उसे ऑन कर लें। अगर ऑन है तो उसे ऑफ कर दें और कुछ देर बाद उसे फिर से ऑन कर दें।

2- डाटा टाइप चेक करें। कई यूजर्स अपने फोन में केवल 3जी या 4जी नेटवर्क को सेलेक्ट करके छोड़ देते हैं। ऐसे में नेटवर्क कम होने पर इंटरनेट काम करना बंद कर देते हैं। ऐसे में अगर आपके फोन में ये सेटिंग्स नहीं हुई हैं तो आप इसे ऑटो 2जी, 3जी या 4जी पर सेट कर दें।

3- कई बार ऐसा होता है कि हम वाई-फाई को ऑन कर छोड़ देते हैं। ऐसे में मोबाइल डाटा काम नहीं करता है। इसलिए फोन के वाई-फाई को ऑफ कर दें। इसके बाद मोबाइल डाटा को ऑन कर दें। इससे फोन में इंटरनेट काम करने लगेगा।

4- अगर फोन में इंटरनेट की परेशानी है तो फोन सेटिंग्स में जाएं। इसके बाद डाटा को ऑन करें अगर वो ऑफ है तो। इसके साथ ही डाटा ऑन रोमिंग को भी ऑन कर दें। ऐसा कई बार देखा गया है की डाटा रोमिंग ऑन न होने पर नेटवर्क में परेशानी आती है।

5- फोन की सेटिंग में जाएं और मोबाइल नेटवर्क पर टैप करें। इसके बाद एक्सेस प्वाइंट नेम पर क्लिक करें। यहां आपको रिसेट डीफॉल्ट का ऑप्शन दिखाई देगा। इसके बाद आपको एपीएन को रिसेट डॉल्ट करना होगा।

6- अगर फोन में ज्यादा इंटरनेट की दिक्कत आ रही है तो फैक्ट्री रीसेट भी एक तरीका है। इससे सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। फैक्ट्री रीसेट करने से पहले फोन का डाटा बैकअप जरुर ले लें।

7- कभी-कभी फोन में पुरानी सिम के होने से भी परेशानी हो सकती है। ऐसे में फोन की सिम को स्टोर पर जाकर बदलवा लें। क्योंकि पुरानी सिम पुरानी तकनीक पर आधारित है जबकि नई सिम नए मानकों पर आधारित होती है।

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