Skip to main content

बैंक ग्राहकों को नहीं बताते हैं ये 8 बातें, मुफ्त नहीं होती कोई भी सेवा

Image result for बैंकिंग सेवाओंबैंक अपने ग्राहकों को तमाम तरह की योजनाओं की पेशकश करते हैं। हालांकि इनमें से कोई भी पेशकश मुफ्त नहीं होती है। बैंक, अकाउंट खुलवाने से लेकर अकाउंट बंद करवाने तक बैंक एक न्यूनतम शुल्क वसूलते हैं। 


हालांकि बैंक के नियम व शर्तों में इसका बाकायदा उल्लेख होता है, लेकिन खाता खुलवाते समय अक्सर बैंक अपने ग्राहकों को तमाम बातें नहीं बताते हैं। हम अपनी इस खबर में आपको बैंक की ओर से वसूले जाने वाले ऐसे शुल्क के बारे में बताएंगे जिसकी जानकारी बैंक नहीं देते हैं।

अकाउंट बंद करने के लिए बैंक वसूलते हैं शुल्क:

आमतौर पर ग्राहकों को यह बात पता नहीं होती है। अगर आप बैंक का अकाउंट बंद करवाना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि बैंक इसके लिए भी शुल्क वसूलता है। अगर आपके खाते को तीन महीने भी नहीं हुए है और आप उसे किसी कारण बंद करवाना चाहते हैं तो आपको इसे बंद करवाने की एवज में बैंक को 50 से 200 रुपए तक देने पड़ सकते हैं।

12 बार बैंक जाकर किया ट्रांजैक्शन तो बैंक वसूलेगा चार्ज:

आमतौर पर लोग एटीएम से पैसा निकालने के बजाए बैंक जाकर ऐसा करना मुनासिब समझते हैं। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं कि ऐसा कर आप शुल्क बचा रहे हैं तो आपको गलतफहमी है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर, आपने एक तिमाही के दौरान अपनी ब्रांच से 12 से ज्यादा बार लेनदेन किया है, तो आपके अकाउंट से 50 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन के हिसाब से रकम काटी जाती है। हालांकि यह चार्ज ज्यादातर प्राइवेट बैंक ही वसूलते हैं।

दूसरी ब्रांच में लेनदेन पड़ता है महंगा:

जिस बैंक में आपका खाता है आपके लिए उसी ब्रांच से पैसा निकालना बेहतर रहता है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो यह गलत है। ऐसा इसलिए कि अगर आप अलग किसी और ब्रांच में जाकर लेनदेन करते हैं आपको इसके लिए भी पैसे चुकाने होते हैं। निजी क्षेत्र के बैंक पहली बार ऐसे लेनदेन का चार्ज नहीं लेते हैं, लेकिन इसके बाद हर लेनदेन पर प्रति हजार पांच रुपए चार्ज वसूला जाता है।

मंथली स्टेटमेंट चार्ज:

जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि बैंक की तरफ से दी जाने वाली कोई भी सेवा मुफ्त नहीं होती है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि हर महीने आपके घर बैंक स्टेटमेंट भेजा जाए, तो बैंक इसके लिए भी चार्ज वसूलते हैं। अलग-अलग बैंकों के हिसाब से इसकी कीमत अलग-अलग होती है। ज्यादातर बैंकों में यह कीमत 200 रुपए तक है। हालांकि, ईमेल से स्टेटमेंट मंगवाने पर कोई शुल्क नहीं लगता है।

चेक का स्टेट्स जाना तो देना होगा शुल्क:

यह बात आपको सुनने में थोड़ा अजीब सी लग सकती है लेकिन है बिल्कुल सच। अगर आप अपने चेक का स्टेटस जानना चाहते हैं, तो कई प्राइवेट बैंक इसके लिए भी शुल्क वसूलते हैं। इस सर्विस के लिए बैंक 25 रुपए तक वसूलते हैं।

लॉन्ग टाइम कस्टमर प्रिविलेज:

आमतौर पर बैंक भी अपने पुराने और लॉयल कस्टमर को ज्यादा वरीयता देते हैं, लेकिन अधिकांश बैंक इस तरह की जानकारी अपने ग्राहकों को नहीं देते हैं। अगर आप सजग हैं तो इस बारे में आपको खुद बैंक से पूछना होगा। जानकारी के मुताबिक बैंक अक्सर अपने पुराने ग्राहकों को फीस वेवर(बैंक में लगने वाले चार्ज में छूट) दे देते हैं।

अधिक ब्याज दर वाले अकाउंट:

इसकी जानकारी भी बैंक अपने ग्राहकों को नहीं देते हैं। बैंक में कुछ ऐसे अकाउंट होते हैं जिन पर ब्याज अधिक मिलता है। हर बैंक आपको इसकी जानकारी अपनी तरफ से देगा ही यह जरूरी नहीं है। बैंक के किस अकाउंट में कितना फायदा होगा इसका पता आपको खुद ही लगाना होगा।

डेबिट कार्ड खो जाए तो आपका अकाउंट कितना सुरक्षित:

डेबिट कार्ड खोने की सूरत में आपका अकाउंट कितना सुरक्षित है इसकी जानकारी भी कोई बैंक नहीं देता है। जानकारी के मुताबिक एसबीआई एक क्रेडिट कार्ड प्रोटेक्शन प्लान (CPP) देता है, जो इस तरह की परिस्थितियों में आपके लिए मददगार होता है। ऐसे में आपको खुद अपने बैंक से पता करना होगा कि क्या उनके पास भी ऐसी ही कोई स्कीम है?

Comments

Popular posts from this blog

The top 10 events of world history april flower!

 In this article we are going to talk about april flower events! By the way, there is no need to work very hard to find this topic because on this day everyone tries to make each other an april flower. The first date of April is celebrated as Fool's Day. That too worldwide! Although there is a delay in the month of April, but today we are going to talk about the April flower events before that, with the help of which you can come up with ideas and you can make others April flowers Well, this is just a matter of fun but today we will talk about some of the fun events of history that took place on the day of April Fool! So let's know! 01 When the tradition of april flower started! Symbolic photo There is a lot of belief about how the tradition of celebrating April Fool's Day on the first day of April began, but the popular belief is that this practice originated in medieval France. The reason for this was the Gregorian calendar, prepared by Christianity's Pop Gregory 13, ...

स्मार्टफोन का पासवर्ड भूल गए हैं तो डरें नहीं, ऐसे करें अनलॉक

स्मार्टफोन का पासवर्ड भूल गए हैं तो डरें नहीं, ऐसे करें अनलॉक

जायफल: स्वादिष्ट मसाले का खून भरा इतिहास

जायफल: स्वादिष्ट मसाले का खून भरा इतिहास आज हम ऐसे मसाले की बात करने वाले हैओ जिसे आम तौर ख़िर में छिड़का जाता है । जी हाँ , जायफल की ! आपको शायद ताजुब्ब होगा कि ज्यादातर लोग शायद इसकी उत्पत्ति के बारे में विशेष रूप से कुछ नही जाने हैं ।समें कोई संदेह नहीं है – यह सुपरमार्केट में मसाला गलियारे से आता है, है ना? लेकिन इस मसाले के पीछे दुखद और खूनी इतिहास छुपा छह है । लेकिन सदियों से जायफल की खोज में हजारों लोगों की मौत हो गई है। जायफल क्या है? सबसे पहले हम जानते है कि आखिर ये जायफ़ल है क्या ? तो ये नटमेग मिरिस्टिका फ्रेंगनस पेड़ के बीज से आता है । जो बांदा द्वीपों की लंबीसदाबहार प्रजाति है जो इंडोनेशिया के मोलुकस या स्पाइस द्वीप समूह का हिस्सा हैं। जायफल के बीज की आंतरिक गिरी को जायफल में जमीन पर रखा जाता है ।जबकि अरिल (बाहरी लेसी कवर) से गुदा निकलता है। जायफल को लंबे समय से न केवल भोजन के स्वाद के रूप में बल्कि इसके औषधीय गुणों के लिए भी महत्व दिया गया है। वास्तव में जब बड़ी मात्रा में जायफल लिया जाता है तो जायफल एक ल्यूकोसिनोजेन है जो मिरिस्टिसिन नामक एक साइकोएक्टिव केम...